आजकल मच्छर और उससे होने वाली बिमारियों से सभी वाकिफ हैं। भय का वातावरण हैं। मरीजों को अस्पताल में रखने की जगह नहीं है। लेकिन हम इस समस्या से जूझने में इतने नाकामयाब क्यों हो रहे हैं। मंजीत ठाकुर जी की रिपोर्ट इसके ऊपर एक अलग दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। पढ़िए।
गुस्ताख़: मच्छर का कारोबार
गुस्ताख़: मच्छर का कारोबार
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